gas cylinder expiry date in hindi | गैस सिलेंडर की एक्सपायरी डेट कैसे पता करें

दोस्तो, आज इस ब्लाॅग में हम गैस सिलेण्डर की एक्सपायरी डेट gas cylinder expiry date in hindi कैसे पता करें के बारे मे बात करेंगे| 

  • गैस सिलेण्डर की एक्सपायरी डेट जानना बहुत आसान है।
  • गैस सिलेण्डर के उपर वाले हिस्से में जहां हम रेगुलेटर लगाते है के आस पास तीन तीन पट्टियां होती है।
  • उन पट्टियों में से एक पर एक कोड यानि A या B या C या D और साथ में कुछ गणित के अंक लिखे होते हैं जैसे A 21
gas cylinder expiry date
  • यह गैस सिलेण्डर की एक्सपायरी डेट होती है।
  • एक्सपायरी डेट के बाद गैस सिलेण्डर को काम मे लेना खतरनाक साबित हो सकता है। 
  • जिस सिलेण्डर की एक्सपायरी डेट निकल चुकी होती है उसमें गैस लीकेज और किसी प्रकार की दिक्कतें हो सकती है। 
  • जिनकी वजह से बड़ा हादसा भी हो सकता है। 

कोड से एक्सपायरी डेट कैसे पता करें :-

       सबसे पहले हम जानेंगे A, B, C, D के बारे में 

  • A = साल की पहली तिमाही यानि जनवरी, फरवरी और मार्च
  • B = साल की दूसरी तिमाही यानि अप्रैल, मई और जून
  • C = साल की तीसरी तिमाही यानि जुलाई, अगस्त और सितम्बर
  • D = साल की चैथी तिमाही यानि अक्टूबर, नवम्बर और दिसम्बर
  • A,B,C,D के बाद दिये अंक साल को दिखाते हैं जैसे :- B-13 यानि ये सिलेण्डर जून 2013 के बाद एक्सपायर हो जायेगा।  D-24 यानि ये सिलेण्डर दिसम्बर 20224 के बाद एक्सपायर हो जायेगा। 

गैस सिलेण्डर इस्तेमाल करते वक्त ध्यान देने की बातें 

  • गैस का इस्तेमाल करते समय खिड़कियां खुली रखें।
  • गैस का इस्तेमाल करते समय ज्वलनशील या प्लास्टिक का सामान पास न रखें।
  • खाना बनाने के बाद सबसे पहले सिलेण्डर के रेगुलेटर को बन्द करें इसके बाद गैस चुल्हे को बन्द करें ताकि पाइप में गैस न रहे। 
  • गैस लीकेज को कभी भी माचिस जलाकर चैक न करें। 
  • गैस एजेन्सी और कस्टमर केयर का नम्बर अपने पास सेव रखे ताकि किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर उनसे सम्पर्क किया जा सके।  

गैस सिलेण्डर इस्तेमाल करते वक्त सावधानियां

  • गैस सिलेण्डर को ज्वलनशील चीजों से दूर रखें।
  • ज्यादा दिनों का गैस सिलेण्डर का उपयोग न करना हो तो रेगुलेटर को खोल दें।
  • किसी भी प्रकार की आग की लौ से लीकेज चैक न करें।
  • साबुन के पानी को गैस सिलेण्डर के जाॅइंट में डालकर लीकेज चैक कर सकते है। साबुन के बुल-बुलों से लीकेज का पता चल जायेगा।
  • पुराने और कटे-फटे गैस पाइप और पुराने रेगुलेटर का उपयोग न करें।
  • ISI मार्क वाले रेगुलेटर और गैस पाइप उपयोग मे लें।
  • गैस सिलेण्डर से छेड़खानी न करें।

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