आज के ब्लॉग में हम देखेंगे कि Nominee kya hota hai नॉमिनी होता क्या है? जब भी हम किसी बैंक में खाता खुलवाते हैं, तो बैंक फॉर्म में नॉमिनी का कॉलम होता है| जहां हमें नॉमिनी की डिटेल देनी होती है| ठीक वैसे ही जब हम किसी तरह का कोई बीमा करवाते हैं, तो उसमें भी नॉमिनी के बारे में पूछा जाता है|
नॉमिनी क्या है Nominee kya hota hai
- जब हम किसी बैंक में खाता खुलवाते हैं जिसके नाम से वह खाता है वह व्यक्ति उस खाते का खाता धारक कहलाता है|
- खाता खुलवाते वक्त नॉमिनी का नाम लिया जाता है|
- अगर खाताधारक को किसी वजह से कुछ हो जाता है यानी अगर वह मर जाता है, तो उसके खाते की राशि उसके नॉमिनी को दी जाती है|
- सरल शब्दों में नॉमिनी उस व्यक्ति को कहते हैं, जो खाता धारक की मृत्यु के बाद उस खाते की राशि का हकदार होता है|
- जब भी हम किसी बैंक में खाता खुलवाते हैं, तो हमें उसमें नॉमिनी की डिटेल देनी होती है जैसे नॉमिनी का नाम, नॉमिनी का पता, नॉमिनी की जन्म दिनांक और खाताधारक से नॉमिनी का संबंध आदि|
- खाताधारक नॉमिनी किसी को भी बना सकता है, जैसे – उसके मां-बाप, भाई-बहन, पत्नी-बच्चे या उसके दोस्त आदि|
- अगर खाते की ओपनिंग के समय किसी को नॉमिनी नहीं बनाया गया है, तो बाद में भी नॉमिनी बनाया जा सकता है|
- अगर हम अपने खाता में दिए हुए नॉमिनी को बदलना चाहते हैं तो नॉमिनी को बदल भी सकते हैं|
- अगर हम एक से अधिक नॉमिनी बनाना चाहते हैं, तो एक से अधिक नॉमिनी भी बना सकते हैं|
- एक से अधिक नॉमिनी की सूरत में हमें नॉमिनी के प्रतिशत को दर्शाना होगा कि हमारे खाते में किस नॉमिनी का कितना कितना हिस्सा है|
नॉमिनी क्यों जरूरी होता है
- आपकी वसीयत या आपके कहीं पर जमा पैसे के लिए नॉमिनी जरूरी होता है|
- यदि आप कहीं पर पैसा जमा करवाते हैं या इंश्योरेंस करवाते हैं तो उस इंश्योरेंस के पैसे को निकालने के लिए नॉमिनी की आवश्यकता होती है|
- अगर आपने पहले से कोई नॉमिनी तय किया हुआ है तो वह आसानी से पैसा निकाल सकता है|
- जब आप इंश्योरेंस या म्यूचुअल फंड में पैसा लगाते हैं तो उसमें नॉमिनी की डिटेल बरनी होती है|
- खाताधारक की मृत्यु के पश्चात नॉमिनी का रोल अहम होता है नॉमिनी ना होने की सूरत में पैसा निकालना बहुत मुश्किल हो जाता है|
- पैसे लंबे समय तक अटके भी रह सकते हैं|
- पैसों को हासिल करने के लिए कानूनी दांवपेच में उलझना पड़ता है, जिसमें काफी वक्त खराब हो जाता है|
नॉमिनी कौन हो सकता है
- यह जरूरी नहीं कि नॉमिनी केवल एक ही व्यक्ति हो|
- अगर हम चाहें तो एक से अधिक व्यक्तियों को भी नॉमिनी बना सकते हैं|
- 18 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति को भी नॉमिनी बनाया जा सकता है|
- नॉमिनी अगर नाबालिग है तो उसका है तो उसका गार्जियन नियुक्त करना जरूरी है|
- नॉमिनी के लिए यह आवश्यक नहीं कि आप अपने घर के किसी सदस्य को नॉमिनी बनाएं|
- अगर आप चाहते हैं तो आप अपने नौकर या दोस्त को भी नॉमिनी बना सकते हैं|
किन चीजों में नॉमिनी जरूरी होता है
इंश्योरेंस
इंश्योरेंस करवाने की सूरत में नॉमिनी जरूर बनाना चाहिए ताकि हमारी मृत्यु के पश्चात पैसा आसानी से निकाला जा सके|
बैंक अकाउंट
जब भी हम कहीं बैंक अकाउंट खुलवाते हैं, तो वहां भी हमें नॉमिनी बनाना चाहिए| कई बार हम वहां नॉमिनी की डिटेल नहीं देते हैं, ऐसा नहीं करना चाहिए| अगर हमने हमारे बैंक खाते में नॉमिनी नहीं दिया है, तो अब भी हम नॉमिनी डलवा सकते हैं|
डीमेट अकाउंट
अगर आप शेयर मार्केट का काम करते हैं तो आपने डीमेट अकाउंट जरूर खुलवा रखा होगा| डीमेट अकाउंट में भी आपको नॉमिनी देना होता है|
एफडी
जब हम कहीं फिक्स डिपाजिट करवाते हैं तो उसमें भी हमें नॉमिनी देना होता है|
म्यूच्यूअल फंड
जब हम म्यूचल फंड में पैसा जमा करवाते हैं तो भी हमें नॉमिनी देना होता है|
संपत्ति
संपत्ति एक ऐसी चीज है जिसमें नॉमिनी देना अनिवार्य है क्योंकि अगर आपको कुछ हो जाता है, तो आप की संपत्ति गलत हाथों में जा सकती है|
क्या बाद में भी नॉमिनी बना सकते हैं
- अगर आपने बैंक खाता खुलवा आते वक्त नॉमिनी नहीं बनाया है तो आप बाद में भी नॉमिनी बनाना सुना सकते हैं|
- नॉमिनी बनाने के लिए आपको बैंक जाकर एक फॉर्म भर कर जमा कराना होगा|
क्या बाद में नॉमिनी को बदला जा सकता है
- अगर हम चाहे तो बाद में नॉमिनी बदल भी सकते हैं|
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